पिता
पिता है आन,
पिता है शान,
पिता के बिना जिंदगी बेजान l
पिता है जीवन का अभिमान,
पिता है मेरा आत्म सम्मान,
पिता से है मेरी पहचान,
पिता का है, इस जीवन में अमूल्य योगदानl
पिता से ही यह संसार है,
पिता के बिना जीवन निराधार है l
डॉ. अंशु बत्रा
असिस्टेंट प्रोफेसर
(राम चमेली चड्ढा गर्ल्स कॉलेज, ग़ाज़ियाबाद )